किंचित हूँ
लेकिन इस हाल पर
चिंतित हूँ
वंचित हूँ
लेकिन अप्राप्त पर
अचंभित हूँ
खंडित हूँ
लेकिन हुए विनाश से
चकित हूँ
रिक्त हूँ
लेकिन परिपूर्णता से
सिंचित हूँ
विक्षिप्त हूँ
लेकिन चित्त से
संतुलित हूँ
संलिप्त हूँ
लेकिन इस दौर से
वियुक्त हूँ
आसक्त हूँ
लेकिन भवसागर से
मुक्त हूँ
-विशाल "बेफिक्र"
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