Friday, September 16, 2016

मैं चित्रकार हूँ

मैं चित्रकार हूँ
न कर मुझसे कोई उम्मीद , मित्र
कर सकते हैं कुछ बयाँ
गर तो कर सकते मेरे चित्र।

मैं गीतकार हूँ
न करो मुझसे किसी की आस, मीत
कर सकते हैं कुछ बयाँ
गर तो कर सकते मेरे गीत।

मैं शिल्पकार हूँ
न कर सकता ईमारत की संरचना
कर सकती है कुछ बयाँ
गर तो कर सकती मेरी कल्पना।

मैं कलाकार हूँ
न कर सकता मैं किसी का भला
कर सकती है कुछ बयाँ
गर तो कर सकती मेरी कला।

मैं रचनाकार हूँ
न करो मुझसे किसी मर्म की आस
कर सकते हैं कुछ बयाँ
गर तो कर सकते ये एहसास।

             -विशाल "बेफिक्र"

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