बांटो मुझे ! पर मैं कब बंटता हूँ । क़ैद करो ! दीवारों में कब सटता हूँ ।
ढूँढो मुझे ! मैं तुझमे ही बसता हूँ । पहचानो ! इंसानों सा ही लगता हूँ ।
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