सुकून मिलता है
तुझे देख के ।
जूनून मिलता है
जूनून मिलता है
तुझे सोच के ।
क़यामत आती है
मुझ पर ।
ऐसे न देख ऐ
ऐसे न देख ऐ
जालिम हसीन ।
रूह को चैन मिलता
रूह को चैन मिलता
तुझे देख के ।
तेरा जिक्र हो या
तेरी फिक्र हो ।
तन मन में अजब सी
तन मन में अजब सी
बेचैनी होती है ।
जुदा है तू मगर ऐ
जुदा है तू मगर ऐ
मेरे जाने जिगर ।
डर लगता है तेरी
डर लगता है तेरी
जुदाई सोच के ।
-विशाल 'बेफिक्र'
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